Category: Rakshabandhan

प्यार, विश्वास और अपनेपन से बंधी डोर है राखीखुशियों, उमंग और उल्लास का शोर है राखी

भाई बचपन से अब तक तेरा वो लड़ना, झगड़नारूठना और मनाना मुझे सब याद हैतेरी हर ख्वाहिश हो पूरी उस रब से बस यही फरियाद है।

बचपन से वो मेरी दोस्त और साथी हैप्यार से भैया और गुस्से से बुलाती मुझे वो हाथी है