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✨ परिचय
नवरात्रि का पर्व पूरे भारत में आस्था, श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। नौ दिनों तक भक्त माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना करते हैं। हर दिन माँ का एक विशेष रूप पूजनीय माना जाता है। नवरात्रि के आठवें दिन का संबंध माँ दुर्गा के अष्टम स्वरूप माँ महागौरी से है।
नवरात्रि के पावन अवसर पर माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। Navratri 2025 का आठवाँ दिन Maa Mahagauri की पूजा को समर्पित है। महागौरी का अर्थ है – “अत्यधिक गोरी”। माँ महागौरी शांति, पवित्रता और करुणा की देवी हैं। माँ महागौरी का स्वरूप अत्यंत सौम्य, कोमल और तेजस्वी है। इनकी आराधना करने से जीवन में पवित्रता, सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। शास्त्रों के अनुसार, Maa Mahagauri की पूजा से सभी पाप नष्ट होते हैं और भक्तों को दिव्य कृपा की प्राप्ति होती है।
🌺 माँ महागौरी की कथा
माँ महागौरी की कथा अत्यंत प्रेरणादायी है और भक्तों को धैर्य और तपस्या का महत्व समझाती है।
शास्त्रों के अनुसार, माँ पार्वती ने भगवान शिव को पति स्वरूप पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। इस तपस्या के दौरान उन्होंने कई वर्षों तक घोर कठिनाइयाँ सही। तप के कारण उनके शरीर का रंग काला हो गया।
भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर प्रकट हुए और उन्हें गंगाजल से स्नान कराया। स्नान करने के बाद उनका रूप अत्यंत सुंदर और गोरा हो गया। तभी से उन्हें माँ महागौरी के नाम से जाना जाता है।
माँ महागौरी का वाहन वृषभ (बैल) है। इनके चार भुजाएँ हैं –
दाहिने हाथ में त्रिशूल
बाएँ हाथ में डमरू
एक हाथ वरमुद्रा में
एक हाथ अभयमुद्रा में
माँ का स्वरूप दिव्य और शांति का द्योतक है।
🙏 माँ महागौरी की पूजा विधि
नवरात्रि के आठवें दिन भक्त माँ महागौरी की पूजा विशेष श्रद्धा से करते हैं। पूजा विधि इस प्रकार है –
- प्रातः स्नान कर घर और पूजा स्थल को स्वच्छ करें।
- लकड़ी या ताम्बे की चौकी पर माँ महागौरी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- सबसे पहले गंगाजल से स्थान को शुद्ध करें और कलश स्थापना करें।
- माँ को अक्षत, पुष्प, धूप, दीप और चंदन अर्पित करें।
- सफेद या गुलाबी रंग के फूल अर्पित करना विशेष शुभ माना जाता है।
- सफेद मिठाई, नारियल और पान का भोग लगाएँ।
- माँ महागौरी के मंत्रों का 108 बार जप करें।
- अंत में माँ की आरती करें और परिवार के साथ प्रसाद ग्रहण करें।
👉 इस दिन कन्या पूजन (कंजक पूजा) का भी विशेष महत्व है। आठ या नौ छोटी कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें भोजन कराना और उपहार देना माँ को प्रसन्न करने का उत्तम साधन है।
🎨 आज का शुभ रंग – गुलाबी
नवरात्रि के आठवें दिन गुलाबी (Pink) रंग पहनना अत्यंत शुभ माना गया है। यह रंग प्रेम, करुणा और सौंदर्य का प्रतीक है। इसे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और देवी महागौरी की कृपा प्राप्त होती है।
✨ महत्व और लाभ
देवी महागौरी की उपासना के अनेक लाभ बताए गए हैं –
जीवन से सभी प्रकार के पाप और दोष नष्ट हो जाते हैं।
मानसिक शांति और पवित्रता की प्राप्ति होती है।
विवाह और संतान संबंधी बाधाएँ दूर होती हैं।
परिवार में सुख-शांति और सौहार्द बना रहता है।
व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है।
जीवन में प्रेम, सौंदर्य और करुणा का वास होता है।
🕉 माँ महागौरी का मंत्र
भक्त नवरात्रि के आठवें दिन Maa Mahagauri के निम्न मंत्र का जप अवश्य करें –
इस मंत्र का जप 108 बार करने से सभी बाधाएँ दूर होती हैं और जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है।
🌸 माँ महागौरी की आरती
जय महागौरी जगत की माया।
जय उमादेवी सब सुखदायी।।
चंद्रमुखी इंदु में समाई।
महालक्ष्मी, महादेवी तुम्हीं भवानी।।
(भक्तजन इस आरती को पूर्ण श्रद्धा से गाकर माँ को प्रसन्न करते हैं।)
🌼 निष्कर्ष और शुभकामनाएँ💐
नवरात्रि का आठवाँ दिन देवी महागौरी की पूजा का विशेष महत्व रखता है। इस दिन भक्त सच्चे मन से माँ की आराधना करते हैं और माँ से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और पवित्रता की कामना करते हैं।
“नवरात्रि के आठवें दिन Maa Mahagauri की कृपा से आपके जीवन से सभी दुख और कष्ट दूर हों तथा आपके घर में सुख-शांति और खुशहाली का वास हो। जय माँ दुर्गा!”
📌 पढ़ें पिछले 7 दिन की Navratri पूजा:
- Day 1: माँ शैलपुत्री पूजा विधि, कथा और महत्व
- Day 2: माँ ब्रह्मचारिणी पूजा विधि, शक्तिशाली मंत्र और महत्व
- Day 3: माँ चंद्रघंटा पूजा विधि, महत्व और शुभकामनाएँ
- Day 4: माँ कूष्मांडा पूजा विधि, मंत्र और महत्व
- Day 5: माँ स्कंदमाता पूजा विधि, महत्व और कथा
- Day 6: माँ कात्यायनी पूजा विधि, मंत्र और महत्व
- Day 7: माँ कालरात्रि पूजा विधि, कथा और महत्व
“अगर आप जानना चाहते हैं कि भारत के अलग-अलग राज्यों में नवरात्रि कैसे धूमधाम से मनाई जाती है, तो हमारा पूरा आर्टिकल यहाँ पढ़ें – Navratri 2025: Epic & Divine Celebration in India.”